सर्वसमाज ने दी अवधी सम्राट स्व० उन्मत्त की अर्धांगिनी को श्रद्धांजलि।
स्व० आद्या प्रसाद उन्मत्त मिश्र की धर्मपत्नी सावित्री देवी के श्राद्ध कर्म के अवसर पर उन्मत्त जी के पैतृक ग्राम मल्हुपुर में उन्मत्त परिवार के शुभचिंतकों का हुजूम उमड़ पड़ा।

सर्वसमाज ने दी अवधी सम्राट स्व० उन्मत्त की अर्धांगिनी को श्रद्धांजलि।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
प्रतापगढ़, 9 नवंबर।
स्व० आद्या प्रसाद उन्मत्त मिश्र की धर्मपत्नी सावित्री देवी के श्राद्ध कर्म के अवसर पर उन्मत्त जी के पैतृक ग्राम मल्हुपुर में उन्मत्त परिवार के शुभचिंतकों का हुजूम उमड़ पड़ा।

सभी ने इस अवसर पर उन्मत्त जी तथा उनकी अर्धांगिनी के संघर्षों को नमन करते हुए उनको अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
सनातनी वैदिक रीति से श्राद्धकर्म संपन्न होने के बाद उपस्थित जनसमूह की एक बैठक उन्मत्त आवास पर हुई।
इसमें उत्तर प्रदेश सरकार में रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रो० शिवाकांत ओझा ने कहा कि उन्मत्त नाम ही अपने आप में एक वृहद संस्था है, जिसमें ज्ञान अर्जित कर आज समाज के विभिन्न क्षेत्रों में लोग उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने उन्मत्त परिवार का अपने लिए किया गया अमूल्य सहयोग भी स्मरण किया। साथ ही कहा कि उनकी धर्मपत्नी सावित्री देवी ने सदैव अपने पति का जीवन के हर क्षेत्र में यथासंभव साथ दिया। इसके लिए समाज उनको एक कर्तव्य एवं पति परायण नारी के रूप में सदैव स्मरण करता रहेगा।
नेहरू युवा केन्द्र के पूर्व निदेशक डॉ ० चंद्रशेखर प्राण ने कहा की श्री उन्मत्त और उनके परिवार से उनका बड़ा गहरा नाता रहा है। उन्होंने बताया कि सन 1975 में उन्होंने उन्मत्त जी के परिवार के आशीर्वाद और सहयोग से दिल्ली में एक अखबार ‘दिन प्रतिदिन’, निकाला जिसके संपादक स्वयं उन्मत्त जी थे।
उन्होंने कहा कि उनकी अर्धांगिनी सावित्री देवी ने सदैव उनको पुत्रवत स्नेह दिया, जिसके लिए वो उनके जीवन पर्यंत ऋणी रहे और रहेंगे।
कुंडा से आए भाजपा नेता ठाकुर प्रकाश सिंह ने कहा कि उन्मत्त जी की अर्धांगिनी सावित्री देवी से आज की नारियों को सीख लेनी चाहिए कि परिस्थितियां चाहे कितनी विषम क्यों न हों, एक आदर्श नारी अपने पति के हर अच्छे कार्य में बढ़ चढ़कर अवश्य सहयोग करे। उन्होंने इस अवसर पर उन्मत्त जी की रचना भी पढ़ी।
ऑल इंडिया रूरल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट ज्ञान प्रकाश शुक्ल ने कहा कि आज भले ही उन्मत्त जी एवं उनकी पत्नी सावित्री देवी दिवंगत हो गए हों, लेकिन अपने विचार और अपने जीवन दर्शन से वो आगे आने वाली कई पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।
अन्य वक्ताओं में विदेहानंद महाराज, जलयोद्धा आर्य शेखर, परशुराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप शुक्ल, अधिवक्ता इबरार जहानियाँ, अनिल शुक्ला, विशाल नाथ तिवारी, सज्जन तिवारी सरकार, समाजसेवी सोनू सिंह, अरुण सिंह राजू, सूर्य नारायण तिवारी, विक्रम सिंह, विश्वनाथ प्रजापति, भाजपा नेता संजय मिश्र, एडवोकेट राजेश मिश्र, एडवोकेट धीरेंद्र श्रीवास्तव, अधिवक्ता शक्ति पीठ के प्रदेश अध्यक्ष राज नारायण त्रिपाठी, साई सेवा संस्थान के संस्थापक शैलेंद्र मिश्र, आलोक ऋषिवंश सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
उपस्थित लोगों का उन्मत्त परिवार की ओर से उन्मत्त जी के भतीजे और मैनेजमेंट कालेज के संस्थापक श्री हरिश्चंद्र मिश्र ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन आलोक तिवारी ने किया । उन्मत्त जी के तीनों पुत्रों आनंद प्रचंड मिश्र , आलोक आजाद एवं अनुराग मिश्र ने कहा कि उनके पिता और माता के पुण्य कर्मों के कारण आज समाज का जो स्नेह मिल रहा है उससे वह अभिभूत हैं।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से राधेश्याम मिश्र फौजी, घनश्याम मिश्र, अशोक मिश्र, विनोद मिश्र, प्रदीप मिश्र, एडवोकेट गौरव प्रचंड, अमन प्रचंड, आदर्श मिश्र, अभिनव मिश्र, अनमोल मिश्र, बबलू मिश्र, मुन्ना तिवारी, सहित सैकड़ों क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।
इससे पूर्व प्रातः भाजपा नेता श्री शिव प्रकाश मिश्र सेनानी ने उन्मत्त आवास पहुंच कर परिवार से मुलाकात कर उनको श्रद्धांजलि दी।




